त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥ चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।। अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, https://charliemvoez.thenerdsblog.com/35368844/examine-this-report-on-shiv-chalisa-lyrics-in-english